मेवाड़ समाचार
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में स्थित मुगल सम्राट औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने राज्य सरकार से इस मकबरे को हटाने की मांग की है। इन संगठनों ने धमकी दी है कि यदि सरकार इस पर कार्रवाई नहीं करती है, तो इस कब्र का वही हश्र होगा जो बाबरी मस्जिद का हुआ था। इसी के मद्देनजर, प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
सोमवार को सुरक्षा बलों को औरंगजेब की कब्र के आसपास तैनात किया गया। इस बीच, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नागपुर जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया और कब्र को हटाने की मांग दोहराई।
बजरंग दल की चेतावनी: ‘बाबरी मस्जिद जैसा होगा अंजाम’
बजरंग दल नेता नितिन महाजन ने रविवार को बयान जारी करते हुए कहा कि यदि सरकार इस कब्र को नहीं हटाती है, तो इसे बाबरी मस्जिद की तरह गिरा दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “संभाजीनगर में एक कब्र की पूजा की जा रही है। यह उस व्यक्ति की कब्र है जिसने छत्रपति संभाजी महाराज की हत्या की थी। जब इस तरह की कब्रों की पूजा होती है, तो समाज भी उसी तरह बनता है। हम उस समय लाचार थे, लेकिन अब नहीं हैं। विहिप और बजरंग दल इसे हटाने की मांग कर रहे हैं।”
महाजन ने आगे कहा, “अगर सरकार इसे हटा देती है, तो हम उसका स्वागत करेंगे, लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ, तो विहिप और बजरंग दल सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेंगे। और हम जानते हैं कि जब हिंदू समाज अपनी अस्मिता की रक्षा के लिए आंदोलन करता है, तो क्या होता है। अयोध्या में बाबरी मस्जिद के साथ क्या हुआ, यह सभी ने देखा। अगर सरकार नहीं हटाएगी, तो हम खुद ‘कारसेवा’ कर इसे हटा देंगे।”
बीजेपी नेता ने की एएसआई से खर्चे की जानकारी की मांग
भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को पत्र लिखकर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा औरंगजेब की कब्र के रखरखाव पर किए गए खर्चों की जानकारी मांगी है। 15 मार्च को लिखे गए इस पत्र में उन्होंने सुरक्षा, मरम्मत और अन्य संबंधित खर्चों का विस्तृत विवरण देने की मांग की है।
कांग्रेस का पलटवार: ‘विहिप और बजरंग दल शांति नहीं चाहते’
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विहिप और बजरंग दल नहीं चाहते कि महाराष्ट्र में लोग शांति से रहें। उन्होंने कहा, “इन संगठनों के पास कोई और काम नहीं बचा है। वे नहीं चाहते कि महाराष्ट्र के लोग शांतिपूर्ण जीवन जिएं। वे राज्य के विकास की गति को धीमा करना चाहते हैं। औरंगजेब यहां 27 साल तक रहा, लेकिन वह महाराष्ट्र का कुछ नहीं बिगाड़ सका। अब उनकी कब्र हटाने से क्या मिलने वाला है?”
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अतुल लोंढे पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र में हालात तनावपूर्ण हैं और कानून-व्यवस्था चरमरा गई है। उन्होंने सरकार पर मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाते हुए कहा, “किसान आत्महत्या कर रहे हैं, उन्हें बिजली और पानी नहीं मिल रहा है। बेरोजगारी बढ़ रही है। इन सभी मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए भाजपा हिंदू-मुसलमान के नए विवाद खड़े कर रही है। लोगों का ध्यान भविष्य निधि (पीएफ) और पेंशन योजनाओं से हटाकर शेयर बाजार की ओर मोड़ दिया गया। अब महज पांच महीनों में आम आदमी और गरीब हो गया है। इतिहास से जुड़े विवादों में जनता को उलझाया जा रहा है ताकि असली मुद्दों पर कोई चर्चा न हो। लेकिन इस बार जनता इस झांसे में नहीं आने वाली।”
तनावपूर्ण माहौल, सुरक्षा कड़ी
विवाद को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड में है। पुलिस और सुरक्षा बलों को औरंगजेब की कब्र के आसपास तैनात किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके। राज्य सरकार इस मुद्दे को लेकर क्या रुख अपनाती है, यह देखने वाली बात होगी।

Author: mewadsamachar
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