मेवाड़ समाचार
सरकार द्वारा हाल ही में पंचायत राज के नियमों में किये गए बदलाव के बाद पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायत के पुनर्गठन कि तैयारी शुरू कर दी गई है इसको लेकर चर्चाओ का बाजार गर्म है।
नये नियमों के अनुसार 25 ग्राम पंचायतों पर एक पंचायत समिति और तीन हजार से पांच हजार पांच सो वोटर एक ग्राम पंचायत बनाने कि तैयारी है।
अगर इसी नियम कि बात करे तो ग्राम पंचायत कोटड़ी में लगभग आठ हजार वोटर हैं सरकार के पास दो विकल्प हैं पहला कोटड़ी को नगरपालिका बनाए जिसका इंतजार कस्बे के लोग वर्षों से कर रहे हैं
लेकिन अभी कोटड़ी का नगर पालिका बनना सपना ही बना हुआ है। जबकि कोटड़ी कस्बा नगर पालिका के सभी तय मापदंड पुरे करता है
अगर कोटड़ी को नगरपालिका नहीं बनाया जाता है। तो कोटडी ग्राम पंचायत के टुकड़े होकर दो पंचायतें बनना तय है।
ग्राम पंचायत कोटड़ी में कोटड़ी के अलावा मालीखेडा एक मात्र राजस्व ग्राम है। ऐसे में नयी पंचायत का स्वरूप कैसा रहेगा यह तो आने वाला वक्त ही बतागा। लेकिन कोटड़ी और आस-पास कि पंचायतों को तोड़कर मालीखेडा को नयी ग्राम पंचायत बनाया जा सकती है ।
देखना दिलचस्प होगा कि कोटड़ी के वाशिंदे और जनप्रतिनिधि नगर पालिका के लिए प्रयास करते या दो पंचायत बनने से खुश होते हैं
कोटडी के अलावा बडलीयास , पारोली, नंदराय,रेडवास , ककरोलीया घाटी पंचायत से भी एक एक नई पंचायत बनाने कि पुरी संभावना है
दुसरी तरफ कोटड़ी क्षेत्र में पंचायते बढाई जानी है तो कोटडी पंचायत समिति का भी टुटना तय है
एक पंचायत समिति में 25 पंचायते रखने कि तैयारी सरकार ने कर ली है
जबकि वर्तमान में ही कोटड़ी में 33 पंचायते है जो और बढ़ने वाली है
इस दृष्टि से सवाईपुर जो अब अलग तहसील बन चुकी है को पंचायत समिति बनाया जा सकता है।

Author: mewadsamachar
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