मेवाड़ समाचार
(मावली संवाददाता आजाद मुल्तानी)
मावली क्षेत्र में कचरे प्रबंधन कि समूचित व्यवस्था नहीं होने से आस-पास के क्षेत्र में कचरे के बड़े बड़े लग गये है
जिससे यह पूरा क्षेत्र डंपिंग यार्ड का रूप ले चुका है।
इन कचरे के ढेरों के बिच पशुओं को भोजन तलाशने में परेशानी होती हैं। प्लास्टिक और अन्य हानिकारक पदार्थों के सेवन से गौमाताओं के पेट में प्लास्टिक जमा हो जाता है, जिससे वे बीमार पड़ती हैं और कई बार उनकी दर्दनाक मृत्यु हो जाती है।
गौवंश के लिए चिंता करने वालों का कहना है कि यह स्थिति प्रशासन व समाज की लापरवाही और कचरा प्रबंधन की उचित व्यवस्था न होने के कारण उत्पन्न हुई है।
स्थानीय संगठनों ने प्रशासन से मांग कि है कि कस्बे से उठाये गए कचरे को ऐसे जगह डाला जाये जहां से गौवंश व अन्य पशुओं को दुर रखा जाये साथ ही
ठोस कचरा प्रबंधन प्रणाली लागू की जाए।
गौवंश के लिए सुरक्षित आश्रय और भोजन की व्यवस्था हो।प्लास्टिक के उपयोग और खुले में कचरा फेंकने पर रोक लगाई जाए।
सरकार और प्रशासन से जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकालने की मांग की जा रही है।

Author: mewadsamachar
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