मेवाड़ समाचार
(मावली संवाददाता आजाद मुल्तानी )
मावली रेलवे स्टेशन के बाहर स्थित सत्यनारायण मंदिर के पास का ऐतिहासिक कुआं, जो कभी पूरे मावली के लिए पानी का प्रमुख स्रोत था, अब पुनः अपनी पुरानी गरिमा को प्राप्त करने की ओर है। लगभग 10 वर्षों से उपेक्षित इस कुएं में कचरे और नशीले पदार्थों का अंबार लगा था। लेकिन मावली की “तरुणायी” ने इस स्थिति को बदलने का बीड़ा उठाया।
रविवार को युवाओं ने श्रमदान करते हुए कुएं में उतरकर कचरा और मलबा निकाला। विजय सिंह, जो स्वयं कुएं में उतरे और क्रेन की सहायता से कचरे को बाहर निकालकर कुएं की काया पलट कर दी। यह अभियान न केवल एक पर्यावरणीय पहल थी, बल्कि समाज में धरोहर संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का भी प्रयास था।
यह कुआं कभी मावली के हर घर में पानी की सप्लाई करता था। मोहल्ले के लोग इस जल का उपयोग घरेलू कामों और सिंचाई के लिए करते थे। पिछले 10 वर्षों में इसकी स्थिति बेहद खराब हो गई थी, लेकिन अब इस सफाई अभियान से नई उम्मीद जगी है।
मावली के युवाओं ने स्थानीय निवासियों और समाज से इस अभियान में सहयोग की अपील की है। इस ऐतिहासिक कुएं की सफाई और संरक्षण का यह प्रयास मावली की धरोहर को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

Author: mewadsamachar
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